1. अगर मर्द के सर के बल गुथे हुवे हो तो उन्हें खोल कर जड़ से
नोक तक पानी बहाना फ़र्ज़ है,
2. औरत को सिर्फ जड़ तर कर लेना जरुरी है खोलना जरुरी नही, अगर
चोटी ज्यदा सख्त घुथी होतो बिना खोले जड़ तर नही होगा, इस लिए चोटी खोलना जरुरी है,
3. कान में बाली या नाक में नथ का छेद (सुराख़) है और वो छेद (सुराख़) बंद न
होतो पानी बहाना फ़र्ज़ है, वुजू में नाक के नथ छेद में और गुस्ल में कान और नाक दोनों में छेद (सुराख़) होतो 2 नो में पानी
बहाए,
4. दाढ़ी, मुछ, और भवो के हर बाल का जड़ से नोक तक का धोना जरुरी
है,
5. कान के हर जगह उस के सुराख़ का मुह धोए,
6. कानो के पीछे बाल को हटा कर पानी बहाए,
7. गले का जोड़ और थोडी मुह उठाए बिना नही धुलेगा,
8. हाथो को अच्छी तरह उठा कर बगले धोए,
9. बाजु का हर पहलु धोए,
10. पीठ का हर हिस्सा धोए,
11. पेट के हर हिस्से को अच्छे से धोए,
12. नाक में भी पानी डाले अगर नाक में पानी बहने में शक है तो
नाक में उंगली डाल कर धोए,
13. जिस्म का हर हिस्सा जड़ से नोक तक अच्छी तरह धोए,
14. नाफ से निचे का हिस्सा को अच्छे से धोए,
15. जब बेठ कर नहाये तो
पिंडली के जोड़ पर भी पानी बहाए,
16. 2नो सुरीन के मिलने की जगह
का ख्याल रखे खुसूसन जब खड़े हो कर नहाए,
17. रानो की गोलाई और
पिंडलियों की करवटो पर पानी बहाए,
18. जकर व उन्स- ययेन यानि फोतो की निचली सत जोड़ तक और
19. उन्स- ययेन यानि निचली सत के हिस्से को जड़ तक धोए,
20. जिसका खतना न हुआ हो वो अगर खाल चढ़ सकती है तो चढ़ा कर धोए,
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